मन क्या कहता
Friday, August 20, 2010
मैं ताल नहीं बेताला हूँ, मैं तो जंतर करने वाला हूँ,
जरा बच के तू रहना, मैं तो तुझको चुराने वाला हूँ |
ना अम्बर से कोई तारा, ना चाँद का टुकड़ा लाया हूँ,
मैं दिल की बाते करता हूँ, बस दिल ही अपना लाया हूँ |
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