मन क्या कहता
Thursday, May 17, 2012
एहमियत
साहिल कि एहमियत हैं दरिया के सामने.
राहों कि एहमियत हैं मंजिलो के सामने.
छांव कि एहमियत हैं धूप के सामने.
वैसे मेरी एहमियत हैं तेरे सामने
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