Friday, June 13, 2014

वो !!

एक रात की उमीद हैं मेरी, तेरी याद 
एक सुबह का ख़्वाब, तेरा साथ,
सोचा करू तुझको तो ख़ुशी हैं तेरा नाम 
देखलु तुझे तो ज़िंदगी तेरी बात

पूछे तुझे तो खुलती हैं आँखे।   
चाहुँ तुझे तो चलती हैं साँसे 
साथ तेरा धड़कन बन जाती है 
शाया तेरा मेरी रूह बन जाती हैं 

वो !!

No comments:

Post a Comment