नही रहते वो करीब अक्सर, तो दिल मे देख लेते हैं उनको.
रहते हैं कभी वो खफा, तो चुप हम देख लेते हैं उनको.
खयाल नही रहता खुदका, तो खयालो मे सोच लेते हैं उनको.
रखते उनकी खुशियों का खयाल, तो भी बुरा लगता हैं उनको
रहते हैं कभी वो खफा, तो चुप हम देख लेते हैं उनको.
खयाल नही रहता खुदका, तो खयालो मे सोच लेते हैं उनको.
रखते उनकी खुशियों का खयाल, तो भी बुरा लगता हैं उनको
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