हम सोचते नहीं क्यों उनकी, जिनसे हम बेवफाई करते हैं
हम सोचते हैं क्यों उनकी, जो हमसे बेवफाई करते हैं
हम पूछते नहीं क्यों उनको, जिनकी जिन्दगी हमपे होती हैं.
हम पूछते हैं क्यों उनको, जिनसे जिन्दगी हमारी होती हैं.
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हम सोचते हैं क्यों उनकी, जो हमसे बेवफाई करते हैं
हम पूछते नहीं क्यों उनको, जिनकी जिन्दगी हमपे होती हैं.
हम पूछते हैं क्यों उनको, जिनसे जिन्दगी हमारी होती हैं.
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Sunder Panktiyan
ReplyDeletesukriya mam..
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