जब लब्ज़ नहीं हो कहने को
तो आंखे यूँही बोलती हैं
जब बात नहीं कुछ कहने को
तो आँखे कहानी कहती हैं
हम लाख छुपाये दिल की बाते
पर दिल कहा चुप रहता हैं
लाख छुपाऊ दिल की बात मगर
ये दिल तो शोर मचाता हैं
तो आंखे यूँही बोलती हैं
जब बात नहीं कुछ कहने को
तो आँखे कहानी कहती हैं
हम लाख छुपाये दिल की बाते
पर दिल कहा चुप रहता हैं
लाख छुपाऊ दिल की बात मगर
ये दिल तो शोर मचाता हैं
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