मन क्या कहता
Monday, May 2, 2011
जमी की कीमत
सपनो की दौड़ मे भी हम उड़ना जानते हैं,
पंखो के साथ भी हम चलना जानते हैं.
हम आसमा की बुलंदियों को छु रहे हो,
फिर भी जमी की कीमत हम जानते हैं.
2 comments:
anshumala
May 2, 2011 at 11:47 PM
sahi hai
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sud
May 8, 2011 at 2:48 AM
thnks D
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sahi hai
ReplyDeletethnks D
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